जाट आरक्षण की मांग को लेकर जाट संगठन एक बार फिर आंदोलन कर रहे हैं. जाट नेता यशपाल मलिक की अगुवाई में आज राज्य के 19 जिलों में धरने का आयोजन किया गया है.
जाटों को आरक्षण व आरक्षण की लड़ाई के दौरान जेलों मे बंद युवाओं की रिहाई की मांग को लेकर एक बार फिर खापों ने कमर कस ली है.
हरियाणा सरकार ने रोहतक में जाट आरक्षण के दौरान हुई आगजनी और हिंसा की घटनाओं की जांच के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश की है. इन घटनाओं में राज्य के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के आवास पर हुआ हमला भी शामिल है.
हरियाणा सरकार और प्रदेश के जाट आंदोलनकारियों के बीच बातचीत के लिए तिथि और स्थान तय हो गया है। दोनों पक्षों के बीच बातचीत पानीपत में शनिवार सुबह 10 बजे से होगी। हरियाणा सरकार द्वारा गठित आइएएस और आइपीएस अधिकारियों की पांच सदस्य कमेटी आंदोलनकारियों के साथ वार्ता करेगी। उम्मीद है कि इसमें समझौता हो जाएगा अौर आंदोलन समाप्त करने पर सहमति बन जाएगी।वार्ता मं आंदोलनकारियों की तरफ से अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक और राष्ट्रीय प्रवक्ता शामिल होंगे। वार्ता में प्रदेश के 19 जिलों में चल रहे धरनों से पांच-पांच आंदोलनकारी भी शामिल किए जाएंगे। वार्ता में समझाैता हो जाने क बाद उम्मीद है कि कल ही जाट नेता आंदाेलन समाप्त करने की घोषणा कर देंगे।
दूसरी ओर, जाट नेता यशपाल मलिक ने कहा है कि किसी भी बात पर समझौता नहीं किया जाएगा। जाट आंदोलनकारियो की जो मांगें पहले थी वही रहेंगी। सरकार से बस इन मांगों को लागू किए जाने के बारे में ही बात होगी।
0 comments:
Post a Comment