जाने किस कारन से हुई धरने पर बैठे जाट की मौत.आंदोलन तेज़ का ऐलान..

       


     अारक्षण की मांग को लेकर धरने पर बैठे जाट की मौत

जींद अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले ईक्कस गांव के खेतों में चल रहे जाटों के धरने में शनिवार को भाग लेने के लिए आए सफीदों उपमंडल के पाजू खुर्द गांव के लगभग 65 साल के कर्ण सिंह नामक एक व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। इसे लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने डीसी विनय सिंह से मुलाकात कर मांग की है कि कर्ण सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद डीसी विनय सिंह और एसएसपी शशांक आनंद सामान्य अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के हवाले कर दिया गया। 

शनिवार को पाजू खुर्द गांव का 65 वर्षीय कर्ण सिंह अपने साथियों के साथ ईक्कस में जाटों के धरने में शामिल होने के लिए पहुंचा था। लगभग साढ़े 11 बजे धरने पर बैठे कर्ण सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसके साथ आए उसके भतीजे शमशेर और गांव के जय सिंह आदि ने उसे संभाला। वह धरना स्थल पर ही बेहोश होकर गिर गया और दुनिया से विदा हो गया। बाद में एसएसपी शशांक आनंद भी सामान्य अस्पताल पहुंचे और उन्होंने मृतक कर्ण सिंह के बेटे तथा परिवार के दूसरे लोगों और संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से बातचीत की। सामान्य अस्पताल में कर्ण सिंह के शव का पोस्टमार्टम किए जाने के मौके पर खुद सिविल सर्जन डॉ. संजय दहिया भी मौजूद रहे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

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